Top 7 habits of highly effective people

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Top 7 habits of highly effective people





1. Proactive




जितने भी कमाल के लोग हैं जितने भी ऊंचाई पर पहुंचे हुए लोग हैं उन्होंने अपनी लाइफ में प्रोएक्टिवनेस का साथ नहीं छोड़ा है दो तरीके के लोग इस दुनिया में हैं

पहले Reactive => प्रतिक्रियात्मक और दूसरे Proactive => सक्रिय


यदि आप प्रोएक्टिव बनते हैं तो आप अपनी लाइफ में बहुत आगे निकल जाते हैं और आप बाकियों को इनफ्लुएंस कर रहे होते हैं 

प्रोएक्टिव लोग जो होते हैं उनका यह कहना होता है कि मैं कर सकता हूं , मुझसे यह हो जाएगा , मेरे पास यह ताकत है, मेरे अंदर बहुत क्षमता है और अगर नहीं है तो मैं डेवलप कर लूंगा ।


रिएक्टिव लोग वह होते हैं जो अपने आसपास के माहौल को दोष दे रहे होते हैं कि मैं पढ़ नहीं पाया क्योंकि घर का माहौल ऐसा था स्कूल बिल्डिंग सही नहीं थी , ऑफिस में पहुंच जाते हैं तो वह वहां भी दोष दे रहे होते हैं कि शायद मेरा मालिक सही नहीं है कंपनी की पॉलिसी सही नहीं है या फिर यह कंपनी ही सही नहीं है ।


प्रोएक्टिव लोग जो होते हैं वह अपने ऊपर फोकस करते हैं अपनी ताकत को पहचानते हैं और आगे बढ़ते हैं  "Stephen R. Covey" दो बातें कहते हैं एक सर्कल ऑफ कंशन और एक सर्कल ऑफ इनफ्लुएंस होता है एक चिंता का एरिया होता है और एक प्रभाव का एरिया होता है


जो प्रोएक्टिव लोग होते हैं वह सर्कल ऑफ इनफ्लुएंस पर फोकस करते हैं कि मैं किन-किन चीजों को प्रभावित कर सकता हूं और अपनी लाइफ में आगे बढ़ सकता हूं

और जो रिएक्टिव लोग होते हैं वह अपने सर्कल ऑफ कंशन में ही घूमते रहते हैं कि मेरे साथ यह दिक्कत है वह दिक्कत है दिक्कतों का पहाड़ बनाते जाते हैं समस्याओं को बड़ी करते जाते हैं और समाधान की तरफ सोचते ही नहीं।

इसलिए लाइफ में हमेशा प्रोएक्टिव बनिए ।





2. Begain with the end in mind




प्रभावशाली व्यक्ति हमेशा अंत को लेकर सबसे पहले सोचना शुरू करते हैं रिजल्ट को सबसे पहले माइंड में लाते हैं फिर उसके बाद कोई भी काम करना शुरू करते हैं।

आपने सुना होगा कि कोई भी चीज का निर्माण दुनिया में दो ही बार होता है पहले उसका मेंटल क्रिएशन होता है उसके बाद उसका फिजिकल क्रिएशन होता है


मेंटल क्रिएशन से मतलब है कि किसी भी चीज को सोचना शुरू करते हैं अपने माइंड में नक्शा बनाते हैं अपने माइंड में उसे विजुलाइज करते हैं उसके बाद हम उसे क्रिएट करते हैं ।

जैसे कि अगर आप अपना मकान बनाना चाहते हैं तो सबसे पहले उसका नक्शा अपने माइंड में सोच रहे होते हैं यहां पर बेडरूम होगा यहां पर लिविंग रूम होगा और यहां पर किचन होगी यहां पर यह होगा यहां पर वह होगा उसके बाद उसे फिजिकली क्रिएट करते हैं ।


चेंजेज आपके लाइफ के एक्शन पर डिपेंड करती है  मानो स्टेज पर जा रहे हैं स्पीच देने के लिए तो वह जो सारा लम्हा है अपने माइंड में विजुलाइज करने लगते हैं यदि आपकी यह हैबिट है तो बहुत ही अच्छी हैबिट है इसे और स्ट्रांग कीजिए।


महेंद्र सिंह धोनी मैच से पहले उसे विजुलाइज करते हैं सोचते हैं समझते हैं कि क्या होने वाला है क्या करना है और फिर जब मैदान पर जाते हैं तो जो सोचा था उसे इंप्लीमेंट करने लगते हैं ।

 तो यही बात आपको इस दूसरी हैबिट में याद रखनी है ।





3. Put first things first




जो चीज नंबर वन पर होनी चाहिए सबसे पहले उसे नंबर वन पर रखना शुरू कीजिए 

प्रारोटाइज कीजिए, अपनी लाइफ को अपने जीवन में प्राथमिकता तय करना शुरू कीजिए ।

शुरु की जो दो हैबिट हैं उनमें पहली हैबिट कहती है कि प्रोएक्टिव बनिए जो की आपकी अपनी चॉइस है दूसरी हैबिट कहती है कि आप विजुलाइज कीजिए लेकिन जो यह तीसरी हैबिट है यह पहली और दूसरी हैबिट को मिलाकर बनती है 

यानी कि जब आप अपनी लाइफ में प्रोएक्टिव होंगे विजुलाइज करने लगेंगे तो बहुत सारी चीजें आपके सामने होंगी और अब आपको उन्हें प्रारोटाइज करना है प्राथमिकता तय करनी है कि जो चीज नंबर वन पर होनी चाहिए उसे नंबर वन पर रखना है ।





4. Always think win win




हमारी लाइफ में क्या होता है कि या तो हम इधर सोच रहे होते हैं या फिर उधर सोच रहे होते हैं या कुछ और सोच रहे होते है या तो यह या तो वह, कभी भी विन–विन सिचुएशन की तरफ नहीं सोच रहे होते हैं।


ज्यादातर लोगों को यह लगता है life is a race कि दौड़ना है No.1 आना है जो सही है लेकिन पूरी तरह से सही नहीं है

Life is a race एक ऐसी race है जिसमे सबको साथ लेकर चलना है सबको साथ में No.1 पर आना है और यही असली जिंदगी का मतलब है।


यदि आप इसकी डीप मीनिंग समझेंगे अर्थात असली मतलब समझेंगे तो वह यही कहता है कि हम सब साथ हैं तभी चेहरे पर मुस्कान है अगर आप बहुत आगे भी निकल गए और अकेले रह गए तो लाइफ का कोई मतलब नहीं है और आपके साथ कोई हैप्पीनेस सेलिब्रेट करने के लिए नही होगा ।


तो विन–विन सिचुएशन जो है वह यही कहती है कि अगर एक रोटी है तो यह मत सोचें कि मैं बड़ा हिस्सा रख लेता हूं और छोटा हिस्सा किसी और को देता हूं सोचे कि हम उसे 50–50 शेयर कर सकते हैं।


विन–विन सिचुएशन यह कहती है कि सहज को भी रखिए और सूझबूझ को भी रखिए , आत्मविश्वास को भी रखिए है और सहयोग को भी रखिए।

तो विन–विन सिचुएशन का यह मतलब है कि अपने बारे में तो सोचिए साथ ही दूसरों को भी अपने साथ लेकर चलने के बारे में सोचिए ।





5. Seek first to understand then to be understood




पहले दूसरों को समझो फिर अपनी बात समझाओ 

हमें बचपन से ट्रेनिंग मिली होती है कि हमें क्या बोलना है कहां बोलना है कैसे बोलना है लेकिन कब सुनना है कहां सुनना है क्या सुनना है यह ट्रेनिंग हमें नहीं मिलती है


"Always be a good listener" ये आपने सुना होगा लेकिन लाइफ में कम्युनिकेशन की बात की जाए तो ये उसका पहला रूल होना चाहिए और होता भी है लेकिन बहुत कम लोग इसे इंप्लीमेंट कर पाते हैं ।


जब सुनने की बात आती है तो हम थोड़ा सा सुनते हैं और सामने वालों को अपना जवाब दे देते हैं क्योंकि आज कल की दुनिया टेक्नोलॉजी वाली है तुरंत रिप्लाई देना चाहते हैं


 तो जब कोई हमें अपनी समस्या बता रहा होता है तो हम तुरंत रिप्लाई देते हैं कि यह तो हमारे साथ भी हुआ था ऐसा हुआ था वैसा हुआ था अपनी लाइफ की स्टोरी से उसे रिलेट करते हैं और तुरंत जवाब चिपका देते हैं


लेकिन समझना यह है कि पहले सामने वाले की पूरी बात सुनिए , उसकी समस्या सुनिए हो सकता है उसके साथ किसी और तरीके से घटना घटी हो वह सारी बात सुनने के बाद में आपको समझ में आएगा कि अपना एग्जांपल देने से ही बात नहीं बनेगी ।


आपको उसके प्रॉब्लम की गहराई में जाना होगा उसे समझना होगा उसकी भावनाओं को समझना होगा क्योंकि इस दुनिया में सभी इंसानों का सोचने का तरीका उनका नजरिया सब कुछ अलग होता है इसलिए पहले लोगों को भावनात्मक रूप से समझना शुरू कीजिए उसके बाद उन्हें रिप्लाई देना शुरू कीजिए ।






6. Synergize




तालमेल कायम करें 

इफेक्टिव लोगों की बात करें अर्थात प्रभावशाली लोगों की बात करें तो उनकी सबसे प्यारी हैबिट होती है synergize 

वह लोगों के बीच में सिनर्जी बैठाने का कार्य करते हैं तालमेल बैठाकर चलते हैं


कई बार आपने सुना होगा कि लोग अपने ऑर्डर दूसरों पर थोप रहे होते हैं और ऐसे लोगों की लोग पीठ पीछे बुराई कर रहे होते हैं यदि आप एक अच्छा इंसान बनना चाहते हैं एक प्रभावशाली इंसान बनना चाहते हैं तो आपको लोगों की बातों को समझकर के तालमेल बैठाना होगा


अगर तालमेल नहीं बैठेगा तो यह जो जीवन की पटरी है इस पर आपकी गाड़ी अच्छे से नहीं चल पाएगी ।


तालमेल बैठाने का मतलब है कि अलग-अलग तरीके की अलग-अलग मेंटालिटी के लोग है उनके विचारों को समझे उनकी प्रॉब्लम को डिटेल में एनालाइज कीजिए उसके बाद में ऐसा सॉल्यूशन निकालिए जिस पर सब लोग एक ही पेज पर आ पाए और साथ आगे बढ़ पाए ।







7. Serpen the saw 




ये हैबिट बाकी 6 हैबिट के लिए बहुत जरूरी है


अपनी कुल्हाड़ी को तेज करना शुरू कीजिए अर्थात अपनी स्किल्स में महारथ हासिल कीजिए। 

ये काम जितने भी सक्सेसफुल लोग हैं इफेक्टिव लोग हैं लाइफ में करते चलते हैं

फिजिकल सोशल या इमोशनल, मेंटल और स्प्रिचुअल इस लाइफ में ये चार ऐसे पैरामीटर है जहां पर आपको सही रहना है फिट रहना है कोशिश करनी है कि कहीं आपकी लाइफ में बैलेंस गड़बड़ ना हो जाए।


ये जो चार पैरामीटर है इनके बीच में ही अपनी लाइफ को लेकर चलना है उसके लिए जरूरी है कि आप अच्छी आदतें डालें

फिजिकल एक्टिविटी की बात करें तो एक्सरसाइज कीजिए जिम जाएं योग करें

मेंटल की अगर बात करें तो थोड़ा पढ़ना लिखना शुरू करें नया सीखना शुरू कीजिए

स्प्रिचुअल की बात करें तो आप प्रकृति के पास जाइए आध्यात्मिक दुनिया में जाइए

सोशल और इमोशनल की बात करें तो लोगों के बीच में घुलना मिलना शुरू कीजिए बैठना शुरू कीजिए बातें करना शुरू कीजिए लोगो को समझना शुरू कीजिए। 


यदि आपने इस आदत को अपनी लाइफ में इंप्लीमेंट कर लिया तो पहली छः आदतें बहुत आसानी से आपकी लाइफ में इंप्लीमेंट हो जाएंगी।





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